- तीन सालों में 12,500 आयुष चिकित्सा केंद्र स्थापित किए जाएंगे
- केंद्रों पर इलाज के साथ आयुष दवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी
- आयुष मंत्रालय की इस पहल का विशेषज्ञों ने स्वागत किया है
केंद्र की मोदी सरकार 12,500 आयुष वेलनेस केंद्रों के माध्यम से देश भर में आयुष ग्रिड की स्थापना करेगी. पीएम मोदी के ऐलान के बाद आयुष मंत्रालय अब इस कार्य में जुट गया है. इन केंद्रों पर इलाज के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता की आयुष दवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी.
पिछले दिनों पीएम मोदी ने योग पुरस्कार देते हुए ऐलान किया था कि देशभर में आयुष ग्रिड स्थापित किया जाएगा. इसके लिए अगले तीन सालों में 12,500 आयुष चिकित्सा केंद्र स्थापित किए जाएंगे.
दरअसल, आयुर्वेद की कई सफल दवाएं बाजार में मौजूद हैं. इनमें वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) द्वारा विकसित मधुमेह रोधी दवा बीजीआर-34, गुर्दे के उपचार की नीरी केएफटी जैसी दवाएं शामिल हैं. हालांकि आयुष उपचार केंद्रों की कमी के कारण लोगों को इनका सही लाभ नहीं मिल पा रहा था. अब इन्हीं केंद्रों के जरिए ये दवाएं मरीजों तक निशुल्क पहुंचाई जाएंगी
वहीं दूसरी ओर आयुष मंत्रालय की इस पहल का विशेषज्ञों ने स्वागत किया है. एमिल फार्मास्यूटिकल्स के कार्यकारी निदेशक संचित शर्मा ने बताया कि इस कदम से आयुष चिकित्सा सभी लोगों तक आसानी से पहुंचेगी.
जानकारी के अनुसार आयुष मंत्रालय की योजना के अनुसार देश भर में कुल 1.5 लाख वेलनेस केंद्र स्थापित होने हैं. जिनमें से 12.5 हजार आयुष पद्धति के होंगे. इनमें आयुष चिकित्सकों, आयुर्वेदिक होम्योमैथी, यूनानी की दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी. इन केंद्रों को नेटवर्किंग के जरिए जोड़ा जाएगा जिसे आयुष ग्रिड की संज्ञा दी गई है.